Director

 

Dr. Manisha Shrivastava

संदेश

 
 भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र से आपको रूबरू कराने में अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। इस संस्था की स्थापना भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार भोपाल गैस त्रासदी (1984) से प्रभावित लोगों को उन्नत तृतीयक स्तरीय अति-विशिष्ट चिकित्सा प्रदान करने के साथ ही वृहद रूप में जन सामान्य तक अपनी सेवाओं का विस्तार करने के उद्देश्य से की गई थी। वर्तमान में यह संस्था भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा संचालित है। 
 
हमारी यह संस्था अपनी आठ स्वास्थ्य इकाइयों के साथ मिल कर मरीजों को प्रार्थमिक स्वास्थ्य सुविधा से लेकर मुख्य अस्पताल के माध्यम से उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये आठ स्वास्थ्य इकाईयां भोपाल के विभिन्न गैस प्रभावित क्षेत्रों कैंची छोला, स्टेशन बजरिया, चांदबड़, टीला जमालपुरा, गिन्नौरी, जहांगीराबाद, करोंद और बाल विहार में स्थित हैं। सभी इकाइयां एक्स-रे, ईसीजी मशीनों के  साथ रक्तसंबंधी जांच एवं जैव रासायनिक परीक्षणों की बुनियादी जांच प्रदान करने में सक्षम हैं। सभी इकाइयों में नए और अनुवर्ती दोनों प्रकार के रोगियों को निःशुल्क दवा वितरण की अनोखी सुविधा है।

मुख्य स्वास्थ्य केंद्र मरीजों को आपातकालीन सेवाओं के साथ, रोग निवारक, स्वास्थ्यवर्द्धक, उपचारात्मक, पुनर्स्थापनात्मक, उपचार प्रदान करने हेतु पूर्णतः सुसज्जित है। तीन सौ सत्तावन बिस्तर वाले इस अस्पताल में मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक  एनेस्थिसियोलॉजी एवं गहन चिकित्सा, हृदय रोग, हृदय तथा वक्ष-गह्वर संबंधी (कार्डियोथोरेसिक) शल्य चिकित्सा, जठरांत्ररोगविज्ञान  चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा (मेडिकल एवं सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी), सूक्ष्मजैविकी, मूत्र रोग चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा (नेफ्रोलॉजी एवं यूरोलॉजी), तंत्रिका-विज्ञान चिकित्सा एवं शल्यचिकित्सा (न्यूरोलॉजी एवं न्यूरोसर्जरी), नेत्र विज्ञान, पैथोलॉजी, मनोचिकित्सा, श्वसन चिकित्सा (पल्मोनरी मेडिसिन), रेडियोलॉजी, रिसर्च, कर्क रोग शल्य चिकित्सा (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी), एवं रक्ताधान चिकित्सा (ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन) विभाग हैं। 

इसके अलावा इस अस्पताल में सुविधाजनक बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी), आंतरिक रोगी सेवा (आईपीडी), नर्सिंग विभाग, पैरामेडिकल विभाग, शारीरिक चिकित्सा और पुनर्वास विभाग, ऑपरेशन थिएटर कॉम्प्लेक्स (ओटी), फार्मेसी विभाग, आहार विभाग, व्यवसाय प्रबंधन, मेडिकल रिकॉर्ड विभाग (एमआरडी) एवं कार्मिक विभाग कार्यरत हैं। उच्च योग्यता प्राप्त चिकित्सक, विशेषज्ञ, विशिष्ट-विशेषज्ञों सहित कर्मठ एवं समर्पित चिकित्सा पेशेवरों की एक टीम, जो कुशल नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा समर्थित है, मरीजों को उच्च स्तरीय प्राथमिक एवं तृतीयक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में सक्षम हैं। इस अस्पताल को बनाने में इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी के साथ वाणिज्य का बहुत बड़ा योगदान है तथा इस हरे भरे परिसर की देखभाल के लिए औद्यानिकी विभाग (हॉर्टिकल्चर) कार्यरत है। 

बीएमएचआरसी में शिक्षण सुविधाओं में हाल ही  के वर्षों में इज़ाफा हुआ है और इसे स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है, साथ ही इस वर्ष इसे स्नातक चिकित्सा शिक्षा संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। एनेस्थिसियोलॉजी एवं नेत्र रोग विभाग में डीएनबी पाठ्यक्रम के साथ ही यह संस्था नर्सिंग संस्थान एवं पैरामेडिकल संस्थान के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने के लिए पहले से ही प्रसिद्ध है। अनुसंधान एवं नैदानिक संकाय द्वारा यह बहुविषयक अनुसंधान एवं शोधकार्यों का भी क्रियान्वन किया जा रहा है। इस संस्था में भोपाल का प्रथम जल-पुनर्चक्रण (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) उपलब्ध है। 

बीएमएचआरसी में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के तहत, उपचार किया जाता है जैसे आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्रधान मंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री राहत कोष, संशोधित राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम (रिवाइज्ड नेशनल ट्यूबरक्यूलोसिस कंट्रोल प्रोग्राम) आदि। संस्था का प्रदेश की राष्ट्र-स्तरीय संस्थाओं को चिकित्सा प्रदान करने हेतु मनोनयन है जैसे मध्य रेलवे, सेंट्रल जेल, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान आदि। 

इस संस्थान में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठ एवं प्रतिबद्ध है, अतः मुझे विश्वास है कि इस समर्पित टीम की कड़ी मेहनत से संस्थान उत्तरोत्तर प्रगति करेगा।

 

डॉ. मनीषा श्रीवास्तव

प्रभारी निदेशक

 बीएमएचआरसीभोपाल 

Last Updated On 03/08/2023